लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
इस साल डेंगू से ज्यादा मलेरिया और चिकनगुनिया बुखार के मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। चिकनगुनिया भी मच्छर से फैलने वाला बुखार है। जिसमें बुखार के बाद जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या सबसे ज्यादा परेशान करती है। चिकनगुनिया में होने वाला जॉइंट पेन लोगों की समस्या बढ़ा देता है। सीधे खड़े होने, कुछ भी पकड़ने या फिर जॉइंट्स को छूने पर दर्द महसूस होता है। इसके लिए दवाओं के साथ कुछ घरेलू उपाय कर लें। इससे दर्द से राहत मिलेगी और सूजन भी कम होगी।
चिकनगुनिया में कई बार ठीक होने के महीनों तक दर्द का असर रहता है। पेन-किलर से दर्द में आराम तो मिल जाता है। लेकिन दवा का असर खत्म होते ही फिर से परेशानी होने लगती है। ऐसे में आप कुछ घरेलू उपाय भी कर सकते हैं। जिससे चिकनगुनिया के दर्द में राहत मिल सकते।
चिकनगुनिया के लक्षण (Chikungunya Fever Symptoms)
- काफी थकान महसूस होना
- सिरदर्द और कमजोरी होना
- उल्टी और जी मिचलाना
- सिर घूमना और चक्कर आना
- जोड़ों में तेज दर्द और सूजन आना
- अचानक तेज बुखार आना
- शरीर पर चकत्ते और दाने होना
चिकनगुनिया के दर्द को कैसे दूर करें
चिकनगुनिया का कोई इलाज नहीं है बुखार के लिए डॉक्टर दवाएं देते हैं और दर्द दूर करने के लिए पेनकिलर दी जाती हैं। ऐसे में डाइट और कुछ उपाय दर्द को काबू में करने में असरदार साबित होते हैं। आयुर्वेद में गिलोय को चिकनगुनिया के साइड इफेक्ट्स को कम करने में असरदार माना गया है। इसके अलावा आयुर्वेदिक काढ़ा पी सकते हैं। रोजाना नारियल पानी पीएं। हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं। पपीता का जूस पीएं और दलिया खाएं। डाइट में लिक्विड ज्यादा लें और विटामिन सी से भरपूर फल या खाना शामिल करें।