लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
छतरपुरः शायद ही ऐसा कोई शख्स होगा जो बचपन में अपने माता-पिता के हाथों मार नहीं खाया होगा। बचपन की मार कुछ लोग भूल भी जाते हैं तो कुछ लोगों को पुराना किस्सा याद भी रहता है कि उन्हें किस गलती पर मां-बाप से डांट पड़ती थी या पिटाई होती थी। कुछ लोग इस मार से रंक से राजा (बड़ा आदमी) बन जाते हैं तो कुछ लोग बुरे रास्ते से चलना बंद कर अच्छा इंसान बन जाते हैं। मगर कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो मां-बाप की मार को दिल पर ले लेते हैं और बड़ा होने पर उन्हें प्रताड़ित करते हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर में सामने आया है।
बचपन की पिटाई का बदला जवानी में लिया
छतरपुर में एक युवक बचपन में अपने पिता की मार को जवानी तक नहीं भूल पाया और बदला लेने के लिए कई वर्षों का इंतजार किया। युवक ने अपने पिता को इसलिए मार डाला क्यों कि उसका पिता बचपन में उसे पीटता था। बड़ा होकर युवक ने पिता से अपनी पिटाई का बदला लिया। बदला भी ऐसा लिया की पिता की मौत हो गई। यह मामला गढीमलेहार थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 12 का है।
जानकारी के अनुसार, बेटा जब छोटा था तब उसका पिता उसकी शरारत पर पिटाई करता था। बेटा बड़ा होने पर खटिया के वेंट से पिता की पीट-पीटकर की हत्या कर दी। बेटे की बेरहमी से पिटाई से पिता पूरन रैकवार की मौत हो गई। आरोपी अभी हाल में ही हत्या के एक मामले में सजा काटकर घर आया था।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि पारिवारिक विवाद के चलते घटना की वजह बताई जा रही है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी युवक का कहना है कि बचपन से ही पिता उसके साथ गलत व्यवहार करता था। उसकी पिटाई करता था। उसकी पसंद की लड़की से शादी भी नहीं कराई। पिता-पुत्र का लंबे समय से विवाद चल रहा था। एसपी ने बताया कि आरोपी पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति का आदमी रहा है। वह हत्या के एक मामले में पहले भी जेल जा चुका है। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।