लक्ष्मी कश्यप (संवाददाता)
Maharashtra Politics महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले शिंदे सरकार सभी वर्गों को खुश करने में लगी हुई है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने गुरुवार को मदरसा शिक्षकों का वेतन बढ़ाने का फैसला किया था। हालांकि सरकार के इस फैसले पर सियासी हमला शुरू हो गया है और शिवसेना यूबीटी ने शिंदे सरकार पर वोट जिहाद करने का आरोप लगा दिया है।
मुंबई। महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने मंत्रिमंडल बैठक में कई अहम निर्णय लिए हैं, जिनमें मदरसों में डी.एड., बी.एड. शिक्षकों की वेतन वृद्धि का फैसला भी शामिल है है। राज्य सरकार के इस फैसले से सियासत गरमा गई है और शिवसेना यूबीटी ने फैसले पर निशाना साधते हुए कहा है कि क्या यह वोट जिहाद नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि क्या मदरसा शिक्षकों के मानदेय और वेतन में वृद्धि का फैसला ‘वोट जिहाद’ नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना या मौलाना आजाद वित्तीय निगम की शेयर पूंजी को 700 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,000 करोड़ रुपये करने जैसी योजनाओं का क्रियान्वयन चुनावी गणित को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। गौरतलब है