प्रियंका कुमारी (संवाददाता)
जागरण संवाददाता, कानपुर। रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध के बीच छोटे-छोटे देशों ने भी अब अपने रक्षा क्षेत्र की मजबूती पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। इससे हथियार बनाने वाले देशों को बड़े स्तर पर ऑर्डर मिल रहे हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा चुका भारत भी अब अपनी मजबूत जगह बनाता जा रहा है। इस कड़ी में कानपुर में बने हथियारों की धमक भी अब दुनिया में देखी जा रही है।
यहां बनने वाले स्वदेशी छोटे और मध्यम हथियारों के साथ ही तोप से फायर करने वाले गोले और टैंक की मांग बढ़ गई है। रक्षा मंत्रालय के कानपुर स्थित पीएसयू एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड कंपनी (एडब्ल्यूईआइएल) को वर्तमान में 10 हजार करोड़ के ऑर्डर मिल चुके हैं। 20 हजार करोड़ के ऑर्डर पाने के लिए कंपनी टेंडर प्रक्रिया में मजबूती से दावेदारी कर चुकी है।