प्रियंका कुमारी(संवाददाता)
बॉलीवुड में रीमेक का दौर आज से नहीं बल्कि सालों से है। पहले भी फिल्मों के रीमेक बनते रहे हैं। दूसरी भाषाओं के अलावा हिंदी फिल्मों का हिंदी में ही रीमेक बना है। ऐसी फिल्मों में ‘देवदास’ सबसे पहले याद आती है। इसके पहले संस्करण में जहां दिलीप कुमार लीड रोल में थे, वहीं दूसरे में शाहरुख खान। दोनों ही फिल्मों को बेशुमार प्यार मिला। इसके अलावा एक और फिल्म है जिसका शानदार रीमेक बना, लेकिन पहले संस्करण की तुलना में दूसरी जरा भी नहीं चली। आज हम इसी फिल्म की बात करेंगे, जो कमाई के मामले में फेल हुई। इस फिल्म में ऐश्वर्या राय लीड रोल में थीं। काफी उम्मीदों के बाद भी फिल्म सफल न हो सकी। फिल्म में अभिषेक बच्चन भी ऐश्वर्या राय के साथ रोमांस करते नजर आए।
पहले रूपांतरण रहा हिट
कवि और लेखक मिर्जा हादी रुसवा द्वारा 1899 में लिखा गया उमराव जान अदा उर्दू साहित्य के बेहतरीन उपन्यासों में से एक माना जाता है। कहानी एक ऐसी लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है जिसे बचपन में वेश्यालय में बेच दिया जाता है और जो लखनऊ की सबसे मशहूर तवायफों में से एक बन जाती है। इस उपन्यास ने भारत और पाकिस्तान दोनों में फल्म और टेलीविजन में कई रूपांतरणों को प्रेरित किया है। भारत में जो दो रूपांतरण सबसे ज्यादा चर्चित रहे उनमें से एक में रेखा नजर आईं तो दूसरी की लीड हीरोइन ऐश्वर्या राय थीं। साल 2006 में जेपी दत्ता ने ऐश्वर्या राय को मुख्य किरदार में लेकर ‘उमराव जान’ बनाई थी। इसमें अभिषेक बच्चन, शबाना आजमी, सुनील शेट्टी, दिव्या दत्ता और कुलभूषण खरबंदा जैसे मजबूत कलाकारों ने भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई थीं।
ऐश्वर्या से पहले प्रियंका को ऑफर हुई थी फिल्म
पूर्व मिस वर्ल्ड का अभिनय और जेपी दत्ता का निर्देशन दर्शकों को पसंद नहीं आया और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धराशायी हो गई। 15 करोड़ रुपये में बनी ‘उमराव जान’ ऐश्वर्या राय की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्म बन गई। बॉक्स ऑफिस इंडिया पोर्टल के अनुसार, इसने भारत में केवल 7.42 करोड़ रुपये की कमाई की। ‘उमराव जान’ की रिलीज से पहले जेपी दत्ता ने खुलासा किया था कि ऐश्वर्या नहीं, प्रियंका चोपड़ा इस फिल्म के लिए उनकी पहली पसंद थीं। साल 2005 में पीटीआई से बात करते हुए निर्देशक ने कहा था, ‘मैं उस मुकाम पर पहुंच गया था जहां मुझे फैसला लेना था। मैं प्रियंका के साथ काम करना चाहता था। मैंने उन्हें उमराव जान के रूप में देखा था। लेकिन हम एक डेड एंड पर थे।’
प्रियंका ने दी थी सफाई
उन्होंने खुलासा किया कि प्रियंका ने व्यस्तता के चलते फिल्म को रिजेक्ट कर दिया था। उमराव जान को रिजेक्ट करने पर प्रियंका ने भी बात की और पीटीआई को बताया, ‘इस भूमिका के सामने मेरे पास कई अच्छे प्रोजेक्ट्स थे। जेपी साहब लगातार 90 दिनों की मेरी डेट्स चाहते थे, जो मैं उन्हें नहीं दे सकती थी। अगर यह काम नहीं होता तो मैं फिल्म कर सकती थी। जब इतना कुछ हो रहा है, तो मैं इस बात पर नहीं सोच सकती कि क्या नहीं हुआ।’
12 साल तक नहीं किया काम
जेपी दत्ता ने साल 1997 में भारत की सबसे बेहतरीन वॉर ड्रामा फिल्म ‘बॉर्डर’ बनाई थी। ‘उमराव जान’ की असफलता से जेपी इतने हताश हो गए थे कि उन्हें अपनी अगली फिल्म ‘पलटन’ 12 साल के लिए टाल दी। 12 साल तक फिल्मों से दूर रहने के बाद उन्होंने इस फिल्म से साल 2018 में कमबैक किया। जैकी श्रॉफ, अर्जुन रामपाल, सोनू सूद, हर्षवर्धन राणे, सोनल चौहान और ईशा गुप्ता जैसे कलाकारों से सजी इस वॉर ड्रामा को भी दर्शकों ने सिरे से नकार दिया था। जेपी दत्ता अब ‘बॉर्डर 2’ पर काम कर रहे हैं। सनी देओल, दिलजीत दोसांझ और वरुण धवन जैसे सितारों को उन्होंने इस फिल्म के लिए कास्ट किया है।