प्रियंका कुमारी(संवाददाता)
वाशिंगटनः अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव 2024 से गड़बड़ी फैलाने की साजिश का बड़ा पर्दाफाश हुआ है। एक सीक्रेट रिपोर्ट के दावे के मुताबिक अमेरिकी चुनाव में चीनी हैकरों ने सेंधमारी कर ली है। दावा किया जा रहा है कि चीनी हैकरों ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप उनके सहयोगी जेडी वेंस और डेमोक्रेटिक कैंडिडेट कमला हैरिस अभियान के फोन डेटा को हैक कर लिया है। इस सनसनीखेज रिपोर्ट ने 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले पूरे देश में खलबली मचा दी है।
बताया जा रहा है कि चीनी हैकरों द्वारा वेरिज़ॉन के सिस्टम में सेंध लगाई गई और कमला हैरिस व डोनाल्ड ट्रम्प से जुड़े फोन को निशाना बनाया। इस स्थिति से परिचित एक व्यक्ति ने शुक्रवार को कहा कि वेरिज़ॉन के सिस्टम में टैप करने वाले चीनी हैकरों ने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस के अभियान से जुड़े लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन को लक्षित किया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इसके बाद रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प और उनके साथी जेडी वेंस को भी निशाना बनाया गया।
ट्रंप और वेंस के फोन सिस्टम में घुसपैठ
खबरों के अनुसार चीनी हैकरों की ओर से डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगी जेडी वेंस के फोन सिस्टम को निशाना बनाया गया। ट्रम्प अभियान को इस सप्ताह अवगत कराया गया कि ट्रम्प और वेंस सरकार के अंदर और बाहर के कई लोगों में से थे, जिनके फोन नंबरों को वेरिज़ोन फोन सिस्टम के जरिये घुसपैठ के माध्यम से लक्षित किया गया। हालांकि अभी ट्रम्प अभियान ने इसकी पुष्टि नहीं की कि उनके और वेंस के फोन को निशाना बनाया गया है। अभियान के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने कहा कि उपराष्ट्रपति हैरिस ने ट्रम्प को दोबारा राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए अमेरिकी बुनियादी ढांचे पर हमला करने के लिए चीन और ईरान को प्रोत्साहित किया है। वहीं वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने कहा कि चीन सभी रूपों में साइबर हमलों और साइबर चोरी का विरोध करता है और उनका मुकाबला करता है।
ईरान पर भी हैकिंग का आरोप
इससे पहले अमेरिकी न्याय विभाग ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के तीन सदस्यों पर 5 नवंबर के चुनाव को बाधित करने की कोशिश करने की नीयत से हैकिंग का आरोप लगाया। अमेरिकी साइबर और बुनियादी ढांचा सुरक्षा एजेंसी एफबीआई ने शुक्रवार को कहा कि वे चीन से जुड़े लोगों द्वारा वाणिज्यिक दूरसंचार बुनियादी ढांचे तक अनधिकृत पहुंच की जांच कर रहे हैं। एजेंसियों के संयुक्त बयान में घटना के लक्ष्यों का नाम नहीं बताया गया। वेरिज़ॉन ने कहा कि वह कथित तौर पर अमेरिकी टेलीकॉम को निशाना बनाने और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के एक परिष्कृत प्रयास से अवगत था। सबसे बड़ी अमेरिकी दूरसंचार कंपनी ने कहा कि वह कानून प्रवर्तन के साथ काम कर रही है।